आइये पढ़ते है भगवान् श्री सूर्यदेव की आरती और चालीसा हिंदी में। श्री सूर्यदेव चालीसा || दोहा ।। कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अङ्ग, पद्मासन स्थित ध्याइए, शंख चक्र के सङ्ग।। चालीसा बसत नाभि आदित्…
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