सत्यनारायण पूजा हिंदू भगवान विष्णु की एक धार्मिक अनुष्ठान पूजा है।पूजा का वर्णन स्कंद पुराण में किया गया है, जो मध्यकालीन युग का संस्कृत पाठ है। माधुरी यदलपति के अनुसार, सत्यनारायण पूजा इस बात का एक …
आइये पढ़ते है भगवान् श्री सूर्यदेव की आरती और चालीसा हिंदी में। श्री सूर्यदेव चालीसा || दोहा ।। कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अङ्ग, पद्मासन स्थित ध्याइए, शंख चक्र के सङ्ग।। चालीसा बसत नाभि आदित्…
कृष्णा हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवता हैं। इन्हे बांके बिहारी भी कहा जाता है। उन्हें विष्णु के आठवें अवतार के रूप में और अपने आप में सर्वोच्च भगवान के रूप में भी पूजा जाता है। वह सुरक्षा, करुणा, कोमल…
बाबा रामदेव (या रामदेवजी, या रामदेव पीर, [1] रामशा पीर [2]) (1352–1385 ईस्वी; वी.एस. १४०९–१४४२) गुजरात और राजस्थान, भारत के एक हिंदू लोक देवता हैं। वह चौदहवीं शताब्दी का शासक था, जिसके बारे में कहा ज…
श्रीमद् भागवत, जिसे भागवत पुराण के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में सबसे महान पुराणों में से एक है। यह हिंदुओं की सबसे पवित्र पुस्तक है और भगवान विष्णु के भक्तों द्वारा अत्यधिक पूजनीय है। यह ना…
कुबेर का इतिहास कुबेर (संस्कृत: कुबेर) जिसे कुवेरा, कुबेर या कुबेरन के नाम से भी जाना जाता है, धन के देवता और हिंदू संस्कृति में अर्ध-दिव्य यक्षों के देवता हैं। उन्हें उत्तर (दिक-पाल) का रीजेंट माना …
श्री खाटू श्याम जी की आरती ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे । खाटू धाम विराजत, अनुपम रुप धरे ॥ रत्न जड़ित सिंहासन, सिर पर चंवर टले तन केशरिया बागों, कण्डल श्रवण पडे । ॐ जय श्री श्याम …
श्री बृहस्पति देवता आरती जय बृहस्पति देवा, ॐ जय बृहस्पति देवा । छि छिन भोग लगाऊँ, कदली फल मेवा ॥ तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी । जगतपिता जगदीश्वर, तुम सबके स्वामी ॥ चरणामृत निज निर्मल, सब पात…
आइये हम सभी अपने श्रद्धाभाव से भगवान् श्री राम जी की आरती पढ़ते है। श्री राम आरती श्रीरामचंद्र कपाल भज मन हरण भवभय दारुणं॥ नवकज लोचन, कजमुख कर, कज पद कजारुणं॥ कंदर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरज सु…
श्री बालाजी की आरती जय हनुमत वीरा, स्वामी जय हनुमत वीरा । संकट मोचन स्वामी, तुम हो रणधीरा ।। पवन-पुत्र अंजनी-सुत, महिमा अति भारी । दुःख दारिद्रय मिटाओ, संकट छ्य हारी ।। बाल समय में तुमने, रवि को भक्ष…
श्री तुलसी माता आरती जय जय तुलसी माता सब जग की सुख दाता, वर दाता जय जय तुलसी माता॥ सब योगों के ऊपर, सब रोगों के ऊपर रुज से रक्षा करके भव त्राता जय जय तुलसी माता।। बटु पुत्री हे श्यामा, सुर बल्ली हे ग…
श्री संतोषी माता आरती जय सन्तोषी माता, मैया सन्तोषी माता, अपने सेवक जन की, सुख सम्पति दाता ॥ जय सन्तोषी माता ॥ सुन्दर चीर सुनहरी माँ धारण कीन्हों. हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार कीन्हों । जय सन्तोषी मा…
संतोषी माता की आरती लिखी हुई श्री संतोषी माता आरती जय सन्तोषी माता, मैया सन्तोषी माता, अपने सेवक जन की, सुख सम्पति दाता ॥ जय सन्तोषी माता ॥ सुन्दर चीर सुनहरी माँ धारण कीन्हों. हीरा पन्ना दमके, तन श्र…
श्री साई बाबा जी की आरती आरती उतारे हम तुम्हारी साई बाबा ! चरणों के तेरे हम पुजारी साँई बाबा !! विधा बल बुद्धि, बन्धु माता पिता हो तन मन धन प्राण, तुम ही सखा हो हे जगदाता अवतारे, साँई बाबा ! आरती उत…
Tણ દશાઆરતી પાંચ પાંચ ઘામની મારી દશામાં ની આરત... (ર) ટીમરોલીયા કો ધામell, હા કુંવર માતell, દ્વાદ વાળની, દશામા બધriારની દેવી દશામતી પાંચ પાંચ ધામની, પહેલી આરતી મૌરાગઢમાં, બીજી વાર વામાં કૌજી આરની ઉડી…
॥शनिदेव की आरती॥ जय जय श्री शनिदेवभक्तन हितकारी। सूरज के पुत्र प्रभुछाया महतारी॥ जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी॥ श्याम अंग वक्र-दृष्टिचतुर्भुजा धारी। निलाम्बर धार नार्थंगज की असवारी॥ जय जय श्री शनि…
जय अम्बे गौरी आरती जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी । तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ॥ टेक || मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को। उज्जवल से दोउ नैना, चन्द्रबदन नीको || जय 0 कनक समान कलेवर,…
॥ आरती श्री दुर्गाजी ॥ अम्बे तू है जगदम्बे काली,जय दुर्गे खप्पर वाली, तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती। ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥ तेरे भक्त जनो पर माताभीर पड़ी है भारी। दानव…
आरती श्री शंकर जी की ओं जय शिव ओंकारा स्वामी जय शिव ओंकारा ॥ ओ० ब्रह्मा-विष्णु सदाशिव अर्धांगी धारा ॥ ओ० ॥ एकानन चतुरानन पंचानन राजे हंसासन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ओ० ॥ दो भुज चार चतुर्भुज दशभुज अति …
आरती कुंज बिहारी की आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥ गल्ले में बैजंती मात्रा, बजावे मुरल्ली मधुर बाला, श्रवण मेँ कुंडल झलकाला। नन््द के नन्द, श्री आनंद कंद, मोहन बृज चंद, राधिका रमण…
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