शनि चालीसा || श्री शनि चालीसा ।। "रवि कहँ मुख महूँ धरि तत्काता लेकर कृति परयो पाताला, शेष देव-लसिविनती लाई रविको मुख ते दियो छुड़ाई. वाहन प्रभुके सात सुजाना इय जग दिग्गज …
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