जैविक न्यूरॉन मॉडल, जिसे स्पाइकिंग न्यूरॉन मॉडल के रूप में भी जाना जाता है, तंत्रिका तंत्र में कुछ कोशिकाओं के गुणों के गणितीय विवरण हैं जो उनके सेल झिल्ली में तेज विद्युत क्षमता उत्पन्न करते हैं, अव…
संतोषी माता की आरती लिखी हुई श्री संतोषी माता आरती जय सन्तोषी माता, मैया सन्तोषी माता, अपने सेवक जन की, सुख सम्पति दाता ॥ जय सन्तोषी माता ॥ सुन्दर चीर सुनहरी माँ धारण कीन्हों. हीरा पन्ना दमके, तन श्र…
श्री साई बाबा जी की आरती आरती उतारे हम तुम्हारी साई बाबा ! चरणों के तेरे हम पुजारी साँई बाबा !! विधा बल बुद्धि, बन्धु माता पिता हो तन मन धन प्राण, तुम ही सखा हो हे जगदाता अवतारे, साँई बाबा ! आरती उत…
Tણ દશાઆરતી પાંચ પાંચ ઘામની મારી દશામાં ની આરત... (ર) ટીમરોલીયા કો ધામell, હા કુંવર માતell, દ્વાદ વાળની, દશામા બધriારની દેવી દશામતી પાંચ પાંચ ધામની, પહેલી આરતી મૌરાગઢમાં, બીજી વાર વામાં કૌજી આરની ઉડી…
॥शनिदेव की आरती॥ जय जय श्री शनिदेवभक्तन हितकारी। सूरज के पुत्र प्रभुछाया महतारी॥ जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी॥ श्याम अंग वक्र-दृष्टिचतुर्भुजा धारी। निलाम्बर धार नार्थंगज की असवारी॥ जय जय श्री शनि…
जय अम्बे गौरी आरती जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी । तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ॥ टेक || मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को। उज्जवल से दोउ नैना, चन्द्रबदन नीको || जय 0 कनक समान कलेवर,…
॥ आरती श्री दुर्गाजी ॥ अम्बे तू है जगदम्बे काली,जय दुर्गे खप्पर वाली, तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती। ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥ तेरे भक्त जनो पर माताभीर पड़ी है भारी। दानव…
आरती श्री शंकर जी की ओं जय शिव ओंकारा स्वामी जय शिव ओंकारा ॥ ओ० ब्रह्मा-विष्णु सदाशिव अर्धांगी धारा ॥ ओ० ॥ एकानन चतुरानन पंचानन राजे हंसासन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ओ० ॥ दो भुज चार चतुर्भुज दशभुज अति …
इस निबंध में कोरोनावायरस पर चर्चा की गई है, जो आज के सबसे महत्वपूर्ण वायरसों में से एक है। उनकी आनुवंशिक प्रकृति में एक खोखले वलय में संग्रहीत नाभिक होता है जो पारदर्शी और स्थिर होता है, लेकिन जब ना…
आरती कुंज बिहारी की आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥ गल्ले में बैजंती मात्रा, बजावे मुरल्ली मधुर बाला, श्रवण मेँ कुंडल झलकाला। नन््द के नन्द, श्री आनंद कंद, मोहन बृज चंद, राधिका रमण…
श्री हनुमान जी की आरती आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्टदलन रघुनाथ कला की ॥ जाके बल से गिरिवर काँपे। रोग दोष जाके निकट न झाँके । ॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई। संतन के प्रभु सदा सहाई ॥ दे वीरा रघुनाथ पठाये। ल…
॥आरती जगदीशजी की ॥ ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे । भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे ।। ॐ जय ॥ जो ध्यावे फल पावे, दुःख बिन से मन का । सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का ।। ॐ जय ॥ मात पिता …
Lakshmi Ji Ki Aarti-लक्ष्मी जी की आरती श्री लक्ष्मी जी ki Aarti ओ३म् जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निसिदिन सेवत, हर विष्णु धाता। ओ३म् जय उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता। सूर्य-चन्द…
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